आ नो॑ याहि महेमते॒ सह॑स्रोते॒ शता॑मघ । दि॒वो अ॒मुष्य॒ शास॑तो॒ दिवं॑ य॒य दि॑वावसो ॥
अंग्रेज़ी लिप्यंतरण
ā no yāhi mahemate sahasrote śatāmagha | divo amuṣya śāsato divaṁ yaya divāvaso ||
पद पाठ
आ । नः॒ । या॒हि॒ । म॒हे॒ऽम॒ते॒ । सह॑स्रऽऊते । शत॑ऽमघ । दि॒वः । अ॒मुष्य॑ । शास॑तः । दिव॑म् । य॒य । दि॒वा॒व॒सो॒ इति॑ दिवाऽवसो ॥ ८.३४.७
ऋग्वेद » मण्डल:8» सूक्त:34» मन्त्र:7
| अष्टक:6» अध्याय:3» वर्ग:12» मन्त्र:2
| मण्डल:8» अनुवाक:5» मन्त्र:7
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हरिशरण सिद्धान्तालंकार
बुद्धि-रक्षण-धन
पदार्थान्वयभाषाः - [१] हे (महेमते) = महनीय बुद्धिवाले, (सहस्त्रोते) = हजारों रक्षणोंवाले, शतामघ अनन्त ऐश्वर्यौवाले प्रभो ! (नः आयाहि) = आप हमें प्राप्त होइये। आप ने ही हमें बुद्धि, रक्षण व धन प्राप्त कराना है। [२] हे ज्ञानधन ! तू उस प्रकाशमय शासक प्रभु के ज्ञानधन को प्राप्त कर ।
भावार्थभाषाः - भावार्थ- प्रभु हमें बुद्धि देते हैं, रक्षण प्राप्त कराते हैं तथा सब आवश्यक धनों को देते हैं। हम प्रभु के प्रकाश को प्राप्त करें।
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डॉ. तुलसी राम
पदार्थान्वयभाषाः - Come to us Indra, lord wise and great, commander of a thousand forces of protection and progress, ruler of a hundredfold wealth and power of the world, and from the light of the ruling master of this world of knowledge and wisdom, O lover of the light of heaven, rise to the supreme light of existence.
