यत्र॒ क्व॑ च ते॒ मनो॒ दक्षं॑ दधस॒ उत्त॑रम्। तत्रा॒ सदः॑ कृणवसे ॥१७॥
yatra kva ca te mano dakṣaṁ dadhasa uttaram | tatrā sadaḥ kṛṇavase ||
यत्र॑। क्व॑। च॒। ते॒। मनः॑। दक्ष॑म्। द॒ध॒से॒। उत्ऽत॑रम्। तत्र॑। सदः॑। कृ॒ण॒व॒से॒ ॥१७॥
स्वामी दयानन्द सरस्वती
मनुष्यों को कहाँ मन स्थित करना चाहिये, इस विषय को कहते हैं ॥
हरिशरण सिद्धान्तालंकार
उत्तरं दक्षं+सदः
स्वामी दयानन्द सरस्वती
मनुष्यैः कुत्र मनो धेयमित्याह ॥
हे विद्वन् ! यत्र ते मन उत्तरं दक्षं च त्वं दधसे तत्रा सदः कृणवसे क्व वससीत्युत्तराणि वद ॥१७॥
डॉ. तुलसी राम
आचार्य धर्मदेव विद्या मार्तण्ड
Where should men have their mind (concentrate.) is told.
O highly learned person! where. ever your mind upholds exalted power, keep or engage it there. Tell me where is it?
